संकल्प-शक्ति बहुत चमत्कारी शक्ति हैं मित्रों...
आप अपनी संकल्प-शक्ति को जाग्रत यानी अपडेट कर वो सबकुछ पा सकते हैं जो आप चाहते हैं।
दोस्तों संकल्प-शक्ति जाग्रत करने का मतलब ये नही की आप किसी संकल्प को पूरा करने के लिये खूब मेहनत करो या उंसके लिये जी-जान लगा दो, संकल्प-शक्ति जाग्रत करने का ऐसा भी कोई मतलब नही हैं की आपको अपना संकल्प पूरा करने के लिये कोई कठोर परिश्रम इत्यादि करना पड़ेगा।
*संकल्प-शक्ति जाग्रत करने का सीधा-साधा अर्थ ये हैं कि किसी प्रयोग द्वारा आपके सबकोंसियस माइंड में ऐसी प्रोग्रामिंग कर देनी कि आपके द्वारा किया गया संकल्प आपके ही निर्धारित समय पर पूरा हो।*
दोस्तों जैसे एक कम्प्यूटर में किसी कार्य को आसानी से या समय पर पूरा करने के लिये एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम बनाया जाता हैं, ठीक ऐसे ही कुछ प्रयोगों से हमारे सबकोंसियस माइंड में संकल्प को लेकर ऐसी प्रोग्रामिंग कर दी जाती हैं कि आप जो संकल्प लेंगे वो आपके निर्धारित समय पर ही पूरा होगा।
*संकल्प = आपके निर्धारित समय पर पूरा होना।*
दोस्तों आपके सबकोंसियस माइंड में संकल्प-शक्ति की ऐसी प्रोग्रामिंग होने के बाद आप बड़ी आसानी से किसी भी संकल्प को अपने निर्धारित समय पर पूरा करने में कामयाब होते हैं, प्रकृति स्वयं आपके संकल्प को पूरा करने में सहयोग करती हैं, और आप बिना किसी विघ्न-बाधा के संकल्प को साधने में कामयाब होते हैं।
दोस्तों जिनकी संकल्प-शक्ति सही अपडेट नही उनके संकल्पों को पूरा होने में कई विघ्न-बाधाएं आती हैं और उनके संकल्प समय पर पूरे नही हो पाते।
जब बुरी दशा होती हैं तो जाने-अनजाने में हमसे कुछ ऐसा होता हैं कि हमारे ही काम करने के तरीके से संकल्प-शक्ति गलत अपडेट हो जाती हैं और इसके चलते पग-पग पर विघ्न-बाधाओं का सामना करना पड़ता हैं या हर कार्य मे अड़चने आती हैं। वैसे हमारे स्वभाव की इस तरह की हरकतों के पीछे हमारे प्रारब्ध का ही हाथ होता हैं। समय बुरा आने से पहले हमारा प्रारब्ध ही हमारी संकल्प शक्ति को गलत अपडेट करता हैं और हमे अपने निर्धारित परिणाम तक पहुंचाता हैं।
दोस्तों ज्योतिषीय उपायों में हम उपायों के माध्यम से जाने-अनजाने में इसी संकल्प-शक्ति को सही अपडेट कर लोगों को लाभ पहुँचाते हैं, पर आइये आज मैं आपको संकल्प-शक्ति के पीछे छुपे उस रहस्यात्मक दर्शन यानी उसकी कार्यप्रणाली से अवगत कराता हूँ कि कैसे आप स्वयं अपनी संकल्प-शक्ति की सही प्रोग्रामिंग करके अपने संकल्पों को या इच्छाओं को अपने निर्धारित समय पर पूरा कर सकते हैं।
मित्रों हमारा मन इतना शक्तिशाली हैं कि वो जो चाहे वो कर सकता हैं। परमात्मा ने सारी शक्ति मन को दे रखी हैं। हमारा प्रारब्ध हमारे इसी मन की शक्ति से हमें खुद के निर्धारित परिणामो की यात्रा कराता हैं। पर दोस्तों अगर हमें मन की कार्यप्रणाली समझ मे आ जाये तो हम मन की शक्तियों का प्रयोग कर जीवन मे वो सबकुछ पा सकते हैं जो हम चाहते हैं।
मित्रों वैसे तो मन की कार्यप्रणाली बड़ी विस्तृत हैं पर अभी मैं सिर्फ संकल्प-शक्ति को सही अपडेट कैसे करे इसके बारे में ही बताऊँगा।
मित्रों हमारे मन की कार्यप्रणाली कुछ ऐसी हैं कि ये हमारी हर एक्टिविटी को निरन्तर देख रहा होता हैं, और जिस एक्टिविटी को हम बार-बार दोहराते हैं उस एक्टिविटी को कॉपी कर प्रोग्राम में तब्दील कर देता हैं।
जैसे आप रोज सुबह 8 बजे उठते हैं तो आपका सबकोंसियस माइंड निरन्तर हो रही आपकी इस एक्टिविटी को कॉपी कर प्रोग्राम में तब्दील कर देता हैं जिसके चलते आपको हमेशा सबुह के 8 बजते ही नींद स्वतः खुलने लग जाती हैं।
जैसे आपकी सोने की आदत रात्रि 1 बजे की हैं तो आपका सबकोंसियस माइंड आपकी उस एक्टिविटी को कॉपी कर प्रोग्राम में तब्दील कर देता हैं जिसके चलते आपको 1 बजे ही नींद आती हैं, और कभी जल्दी सोने का प्रयास करे तो आप सो ही नही पाते हैं, क्योकि आपकी आदत 1 बजे सोने की प्रोग्राम हुई होती हैं।
जैसे आप सुबह का भोजन प्रतिदिन दोपहर के 2 बजे करते हैं तो आपका सबकोंसियस माइंड आपकी इस एक्टिविटी को कॉपी कर प्रोग्राम में तब्दील कर देता हैं जिसके चलते आपको 2 बजे ही भूख लगती हैं।
जैसे आप जब साईकिल चलाना सीखते हैं तब आप बड़ी सावधानी रखते हैं, पर निरन्तर आपका अभ्यास आपके सबकोंसियस माइंड में प्रोग्राम हो जाता हैं उंसके बाद आपको साईकिल चलाते समय इतना ध्यान नही देना पड़ता।
तो हमारा सबकोंसियस माइंड हमारी हर एक्टिविटी को देखता हैं और जिस विषय सम्बन्धी जो एक्टिविटी हम बार-बार दोहराते हैं वो उसे प्रोग्राम के रूप में तब्दील कर देता हैं। अमूमन 21 दिन तक हम जिस एक्टिविटी को प्रतिदिन दोहराते हैं तो 21 दिन बाद वह एक्टिविटी हमारे मन के उस एरिया में उतर जाती हैं जिसे सबकोंसियस माइंड यानी प्रोग्रामिंग एरिया कहते हैं।
तो अब हमारा हर संकल्प हमारे निर्धारित समय पर पूरा हो इसे कैसे अपडेट करेंगे ??? इसकी प्रोग्रामिंग कैसे करेंगे ???
दोस्तों इसके लिये आपको कोई ज्यादा मेहनत नही करनी पड़ेगी, बस छोटे-छोटे प्रयोग कर आप बड़ी आसानी से अपनी संकल्प-शक्ति को सही प्रोग्राम कर सकते हैं।
दोस्तों आप दिनभर में कई कार्यो को पूरा करते हैं, बस अब से आपको करना इतना ही हैं कि हर कार्य को संकल्प लेकर पूरा करना हैं।
जैसे आप रोज 2 बजे भोजन करते हैं,
तो अब आपको भोजन करने से पहले संकल्प लेना हैं कि आज आप 2 बजे भोजन करेंगे, और ठीक 2 बजे भोजन करने बैठ जाना हैं।
जैसे आप 10 बजे ऑफिस जाते हैं,
तो अब आप संकल्प लेकर ऑफिस जाइये की आज 10 बजते ही ऑफिस के लिये निकल जाऊँगा, और 10 बजते ही ऑफिस के लिये निकल जाइये।
इसके अलावा छोटे-छोटे संकल्प लीजिये...
संकल्प लीजिये की अगले आधे घण्टे तक मौन रखूँगा, और अगले आधे घण्टे तक मौन रहिये।
संकल्प लीजिये की अगले आधे घण्टे तक मंत्र-जाप करूंगा, और अगले आधे घण्टे तक मंत्र-जाप कीजिये।
संकल्प लीजिये की आज दिन में 100 माला पूरी करूँगा, और पूरे दिन में 100 माला पूरी कर लीजिये।
संकल्प लिनिये आज पूरे दिन झूठ नही बोलूँगा, और दिनभर उस संकल्प को पूरा कीजिये।
संकल्प कीजिये कि आज में दिन में एक समय ही भोजन करूंगा, और पूरे दिन कुछ भी नही खाईये और एक समय पर भोजन कीजिये।
इसके अलावा कोई भी संकल्प लो उसे निर्धारित समय पर पूरा करना हैं। लगातार 21 दिनों तक इस तरह से संकल्प लेकर कर्म करना हैं। ऐसा करने से "संकल्प" को लेकर आपके सबकोंसियस माइंड में यह जानकारी सेव हो जायेगी यानी ऐसी प्रोग्रामिंग हो जायेगी की आपका संकल्प आपके निर्धारित समय पर पूरा होता हैं।
बस ऐसी प्रोग्रामिंग होने के बाद आपके द्वारा लिये गये हर संकल्प आपके द्वारा निर्धारित समय पर पूरे होने लगते है, सबकोंसियस माइंड में संकल्प की सही प्रोग्रामिंग हो जाने के बाद प्रकृति स्वयं आपके संकल्प को पूरा करने में सहायता करती हैं।
बस आपको इतना ध्यान रखना हैं कि कोई भी ऐसा संकल्प नही लेना जिसे आप पूरा नही कर सकते हैं, अगर ऐसा होता हैं तो ऐसा करने से संकल्प को लेकर आपके सबकोंसियस माइंड में वैसी ही प्रोग्रामिंग हो जाती हैं जिसके चलते आप जो भी संकल्प लेते हैं तब उसे पूरा होने में अड़चनें आती हैं और संकल्प समय पर पूरे नही हो पाते।
अमूमन जब हमारा समय बुरा आने को होता हैं तो हमारा प्रारब्ध हमसे ऐसी हरकतें कराता हैं जिससे हमारे सबकोंसियस माइंड में संकल्प की प्रोग्रामिंग गलत सेट हो जाती हैं, और जब समय अच्छा आने को होता हैं तो हमारा प्रारब्ध हमारे की कर्मो से हमारे सबकोंसियस माइंड में संकल्प-शक्ति को सही सेट कर देता हैं।
अब प्रारब्ध तो अपना काम करता रहेगा,
पर आपके अच्छे कर्मों के चलते ईश्वर की कृपा से अब आपको ये ज्ञान मिला हैं, बस अब आपको सतर्क रहते हुए अपनी इस संकल्प शक्ति को सही अपडेट रखना हैं, इसे गलत सेट नही होने देना हैं।
वैसे इसके अलावा आप व्रत, नियम, ध्यान, प्राणायाम, मंत्र-जाप, त्राटक इत्यादि के भी संकल्प लेकर अपनी संकल्प-शक्ति को सही अपडेट कर सकते हैं। ये जितनी भी साधनाएँ इत्यादि होती हैं ये और कुछ नही बस आपकी संकल्प-शक्ति मजबूत करने के फंडे हैं, इन साधनाओ से मन वश में आ जाता हैं और संकल्प-शक्ति इतनी मजबूत हो जाती हैं कि आप अपने संकल्प की शक्ति से दूसरों के कार्य पूरे करने में भी सक्षम हो जाते हैं।
दोस्तो मन की कार्यप्रणाली या मन की शक्ति पर अपने आगे आने वाले आर्टिकल में और भी रहस्यात्मक बातें बताऊँगा, तब तक के लिये "राधे-राधे"।